केवल सौ रुपये रोज के 16 साल तक हर साल दीजिये, पच्चीस साल पूरे होते ही गारण्टी के साथ इक्कीस लाख साठ हजार ले लीजिये।

केवल सौ रुपये रोज के 16 साल तक हर साल दीजिये, पच्चीस साल पूरे होते ही गारण्टी के साथ इक्कीस लाख साठ हजार ले लीजिये।

Save Upto 75%* on your vehicle insurance Get policy instantly

8 + 9 =

* Standard T&C Apply. All savings/offers are provided by the Insurers which are subject to modification. For more details on risk factors, terms and conditions, please read the sales brochure of respective insurers carefully before concluding a sale.

Avail Add-on Cover

At nominal charges

20+ Insurers

To choose the best plan

Already bought from us

Renew within 5 minutes

LIC Best Policy:

 

केवल सौ रुपये रोज के 16 साल तक हर साल दीजिये

सोलहवें साल से पच्चीसवें साल तक प्रीमियम हॉलिडे, यानी कि प्रीमियम नहीं देना होगा।

पच्चीस साल पूरे होते ही गारण्टी के साथ इक्कीस लाख साठ हजार ले लीजिये।

 

LIC जीवन लाभ एक पार्टिसिपेटिंग नॉन-लिंक्ड  लिमिटेड प्रीमियम पेइंग इंडीविजुअल सेविंग्स प्‍लान है, जो देता है सेविंग्स और प्रोटेक्शन का एक साथ बैनिफिट LIC जीवन लाभ कोई अनहोनी होने की सूरत में न केवल इंश्योर्ड के परिवार को फाइनैन्शल मदद उपलब्ध कराता है बल्कि इंश्योर्ड व्यक्ति के नहीं रहने पर भी भविष्य में परिवार की फाइनैन्शल जरूरतों का ध्यान रखता है

अगर कोई व्यक्ति 20 साल की उम्र में 25 साल की टर्म प्लान और 8 लाख सम एश्योर्ड का विकल्प चुनता है, तो उसे 16 साल के लिए 100 रुपये प्रति दिन का भुगतान करना होगा. इस तरह उसे कुल 573796 रुपये चुकाने होंगे. यह रकम मैच्योरिटी पर यानी 45 साल की उम्र में 21,60,000 रुपये हो जाएगी. इस पॉलिसी का शेयर बाजार से कोई संबंध नहीं है, यानी इस योजना में आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है. कंपनी ने यह प्लान बच्चों की शादी, शिक्षा और संपत्ति की खरीद के लिए बनाया है

भारत में एक प्रमुख इंश्योरेंस प्रोवाइडर होने के नाते,जब इंश्योरेंस कवर खरीदने की बात आती है तो LIC पॉलिसी  ग्राहकों के लिए लोकप्रिय पसंद हैं  LIC द्वारा पेश पॉलिसियों की बहुत ही विस्तृत रेंज के साथ, LIC जीवन लाभ LIC आफ इंडिया द्वारा पेश एक सबसे अधिक बिकने वाला एन्डाउमेंट इंश्योरेंस प्लान है LIC जीवन लाभ इंश्योरेंस खरीदने वालों के लिए बहुत से बैनिफिट के साथ आता है जीवन लाभ पॉलिसी के बारे में विस्तार से जानने के लिए, आइए, इसके बारे में पढ़ते हैं

LIC जीवन लाभ प्लान- विशेषताएं

LIC जीवन लाभ प्लान की कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

  • यह प्लान लिमिटेड प्रीमियम पेमेंट का विकल्प उपलब्ध कराता है
  • यह प्लान 16, 21 और 25 साल के पॉलिसी टर्म पर उपलब्ध है जो इन्वेस्टर्स के लिए किसी खास लक्ष्य को सामने रखकर निवेश को आसान बनाता है
  • यह नॉन लिंक्ड, प्रौफिट प्लान मृत्यु और मैच्योरिटी बैनिफिट के रूप में इन्वेस्टसर्स को काम्प्रिहेन्सिव प्रोटेक्शन के साथ ही एश्योर्ड रिटर्न दोनों सुनिश्चित करता है
  • पॉलिसी होल्डर तीन साल के लिए रेग्यूलर प्रीमियम का भुगतान करने के बाद इस प्लान पर ऋण सुविधा प्राप्त कर सकता है
  • आय कर अधिनियम, 1961के नियम 80C और 10(10D) के तहत टैक्स बैनिफिट प्राप्त किया जा सकता है
  • यह प्लान डेथ बैनिफिट को किश्तों में प्राप्त करने का विकल्प देता है

LIC जीवन लाभ बैनिफिट

LIC जीवन लाभ प्लान द्वारा पेश बैनिफिट निम्न प्रकार से हैं

डेथ बैनिफिट

यदि पॉलिसी अवधि के दौरान इंश्योर्ड व्यक्ति किसी अनहोनी का शिकार हो जाता है तो इंश्योरर पॉलिसी के लाभार्थी को डेथ बैनिफिट का भुगतान करता है पॉलिसी के लाभार्थी को वेस्‍टेड रिवर्सनरी बोनस और अंतिम अतिरिक्‍त बोनस (यदि कोई हो) के साथ सम एश्योर्ड की राशि के रूप में डेथ बेनेफिट का भुगतान किया जाता है।  डेथ पर सम एश्यार्ड को निम्न तरीके से परिभाषित किया गया है:

  • वार्षिक प्रीमियम से 7 गुना ज्यादा
  • बेसिक सम एश्‍योर्ड अमाउंट

पाॉलिसी के नामनी को दिया जाने वाला डेथ बेनिफिट भुगतान किए गए कुल प्रीमियम का 105% से कम नहीं होना चाहिए।

मैच्योरिटी बेनिफिट

अगर इंश्योरेंस कराने वाला व्यक्ति पूरे पॉलिसी टर्म के बाद जीवित रहता है और उसने पॉलिसी के पूरे प्रीमियम का भुगतान किया है और पॉलिसी चालू है तो मैच्योरिटी बैनिफिट इंश्योर्ड व्यक्ति को वेस्टेड सिम्पल रिवर्सनरी बोनस और फाइनल एडिशनल बोनस, अगर कोई हो तो, के साथ मैच्योरिटी पर सम एश्योर्ड के रूप में प्रदान किया जाता है मैच्‍योरिटी पर देय सम एश्योर्ड, पॉलिसी की बेसिक सम एश्योर्ड राशि के बराबर होता है।

प्रौफिट में भागीदारी

पॉलिसी कॉर्पोरेशन के प्रौफिट में पार्टिसिपेट करती है और वह कापोर्रेशन के अनुभव के अनुसार सिम्पल रिवसर्सनरी बोनस पाने की हकदार है लेकिन इसके लिए पाॉलिसी का चालू रहना जरूरी है जिस साल में क्लेम किया जाता है, चाहे डेथ या मैच्योरिटी के रूप में, उस साल पॉलिसी के तहत फाइनल एडिशनल बोनस घोषित किया जाता है

टैक्‍स बेनिफिट

पॉलिसी होल्डर, पॉलिसी के तहत टैक्स बैनिफिट का लाभ ले सकता है । एक फाइनैन्शल ईयर में पॉलिसी के लिए प्रीमियम भुगतान की अधिकतम सीमा 1.5 लाख रू है और मैच्योरिटी से प्राप्त आय को इनकम टैक्स एक्ट सेक्शन 80C और 10(10D) के तहत टैक्स से छूट प्राप्त है

LIC जीवन लाभ प्‍लान एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया

आइए पॉलिसी के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया पर एक नजर डालते हैं

क्राइटेरिया न्यूनतम अधिकतम
प्रवेश आयु 8 साल

PT 16 के लिए 59 वर्ष

PT 21 के लिए 54 वर्ष

PT 25 के लिए 50 वर्ष

सम अश्‍योर्ड Rs.2,00,000 कोई अपर लिमिट नहीं
मैच्योरिटी आयु N/A /लागू नहीं 75 वर्ष
पॉलिसी अवधि 16, 21 और 25 वर्ष
प्रीमियम के भुगतान की अवधि 10, 15 & 16 वर्ष

LIC जीवन लाभ राइडर्स

LIC जीवन लाभ पॉलिसी के तहत, पांच वैकल्पिक राइडर्स हैं जिन्हें पॉलिसी होल्डर एडिशनल प्रीमियम का भुगतान कर प्राप्त कर सकता है पॉलिसी के कवरेज को बढ़ाने के लिए राइडर्स बैनिफिट को बेस प्लान के साथ खरीदा जा सकता है। आइए, विस्तार से इन 5 वैकल्पिक राइडर बैनिफिट को देखते हैं

एक्सीडेंटल डेथ और डिसएबिलिटी बेनिफिट राइडर

पॉलिसी होल्‍डर बेस प्लान के प्रीमियम भुगतान की अवधि के दौरान कभी भी इस राइडर के विकल्प को चुन सकता है, बशर्ते कि बेस प्‍लान की आउटस्‍टैंडिंग PPT कम से कम 5 साल हो पॉलिसी के कवरेज को बढ़ाने के लिए बेस प्‍लान के साथ अतिरिक्त प्रीमियम का भुगतान करके इस राइडर बेनिफिट को खरीदा जा सकता है। इस राइडर विकल्प में, बेस प्लान के तहत उपलब्ध डेथ बैनिफिट के साथ प्लान के नामिनी को एक्सीडेंटल डेथ बैनिफिट सम एश्योर्ड अमाउंट का भुगतान किया जाता है इतना ही नहीं, यह राइडर विकल्प किसी दुर्घटना में विकलांग होने की स्थिति में भी इंश्योर्ड को कवरेज उपलब्ध कराता है एक्सीडेंटल डिसएबिलिटी सम एश्योर्ड अमाउंट 10 साल की अवधि के लिए समान मासिक किस्तों में इंश्योर्ड व्यक्ति को प्रदान किया जाता है पॉलिसी का भविष्य में जमा किया जाने वाला प्रीमियम भी माफ

LIC एक्‍सीडेंट बेनिफिट राइडर

पॉलिसी होल्‍डर बेस प्लान के प्रीमियम भुगतान की अवधि के दौरान कभी भी इस राइडर के विकल्प को चुन सकता है, बशर्ते कि बेस प्‍लान की आउटस्‍टैंडिंग PPT कम से कम 5 साल हो इस राइडर विकल्प में, दुर्घटना से 180 दिन के भीतर इंश्योर्ड व्यक्ति की मृत्यु होने की स्थिति में पॉलिसी के नामिनी को एक्सीडेंटल डेथ बैनिफिट सम एश्योर्ड का भुगतान किया जाता है

टर्म एश्‍योरेंस राइडर

इस राइडर विकल्प को पॉलिसी की शुरूआत के समय लिया जा सकता है यह राइडर पॉलिसी की अवधि के दौरान इंश्योर्ड व्यक्ति की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के मामले में पॉलिसी के लाभार्थी को एडिशनल टर्म एश्योरेंस के रूप में अतिरिक्त सम एश्योर्ड का बैनिफिट देता है । टर्म एश्योरेंस राइडर बैनिफिट, पॉलिसी द्वारा पेश बेसिक डेथ बैनिफिट के साथ मिलता है

 क्रिटिकल इलनेस राइडर

क्रिटिकल इलनेस राइडर बैनिफिट को पॉलिसी शुरू करने के समय खरीदा जा सकता है यदि इंश्योर्ड व्यक्ति इस राइडर के तहत लिखित 15 क्रिटिकल बीमारियों में से किसी एक से पीड़ित पाया जाता है तो वह पॉलिसी अवधि के दौरान इस राइडर विकल्प के तहत पेश बैनिफिट को प्राप्त कर सकता है

प्रीमियम वेवर बेनिफिट

इस राइडर विकल्प के तहत, इंश्योर्ड व्यक्ति की  दुर्भाग्यवश मृत्यु हो जाने पर प्लान के भविष्य में अदा किए जाने वाले सभी प्रीमियम को माफ कर दिया जाता है हालाँकि, यदि बेस प्‍लान की प्रीमियम भुगतान की अवधि राइडर की अवधि से अधिक होती है, तो राइडर की समाप्ति की तारीख से बेस पॉलिसी के तहत आगे के बकाया सभी प्रीमियमलाइफ एश्‍योर्ड के लिए देय होंगे यदि पॉलिसी होल्डर पॉलिसी प्रीमियम का भुगतान करने में विफल रहता है तो यह पेड अप पॉलिसी बन जाएगी

LIC जीवन लाभ कैसे काम करता है

LIC जीवन लाभ को 8 से 58 साल आयु वर्ग के बीच के लोग प्राप्त कर सकते हैं । यह लिमिटेड प्रीमियम पेइंग एन्डाउमेंट प्लान, किसी इमरजेंसी की स्थिति में नामिनी को डेथ बैनिफिट सुनिश्चित करता है और यदि इंश्योर्ड व्यक्ति पॉलिसी की पूरी अवधि के बाद जीवित रहता है तो उसे मैच्योरिटी बैनिफिट भी प्रदान करता है पॉलिसी ऋण सुविधा के माध्यम से परिवार की  धन की जरूरतों का भी ध्यान रखती है

Help us spread the Word

Follow, like, tweet or post. We Would love to interact with you

LIC की खास स्कीम: 2582 रुपये की बचत दिलाएगी 1 करोड़ की मैच्योरिटी, हर महीने 6 हजार की पेंशन अलग से

LIC की खास स्कीम: 2582 रुपये की बचत दिलाएगी 1 करोड़ की मैच्योरिटी, हर महीने 6 हजार की पेंशन अलग से

Save Upto 75%* on your vehicle insurance Get policy instantly

3 + 8 =

* Standard T&C Apply. All savings/offers are provided by the Insurers which are subject to modification. For more details on risk factors, terms and conditions, please read the sales brochure of respective insurers carefully before concluding a sale.

Avail Add-on Cover

At nominal charges

20+ Insurers

To choose the best plan

Already bought from us

Renew within 5 minutes

LIC Best Policy:

LIC की खास स्कीम: 2582 रुपये की बचत दिलाएगी 1 करोड़ की मैच्योरिटी, हर महीने 6 हजार की पेंशन अलग से

इस पॉलिसी के तहत मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना तौर पर प्रीमियम दे सकते हैं. 2 साल तक प्रीमियम भरने के बाद इस पर लोन भी उठा सकते हैं. लोन का अमाउंट इस बात पर निर्भर करता है कि पॉलिसी कितने साल चली है और प्रीमियम कितना भरा गया है.

लआईसी (LIC) की कुछ खास पॉलिसी में जीवन उमंग पॉलिसी (LIC Jeevan Umang policy) का नाम है. इसका टेबल नंबर 945 है. एलआईसी का जीवन उमंग सबसे ज्यादा बिकने वाली पॉलिसी में एक है. इसके अंतर्गत बीमाधारक को पूरे जीवन लाइफ कवरेज मिलती है. जिस उम्र तक पॉलिसीहोल्डर जीवित रहता है, उस उम्र तक बीमा कवर का फायदा मिलता रहता है.

इस पॉलिसी को लेते समय बीमाधारक बीमा की राशि और प्रीमियम पेमेंट टर्म का चुनाव करता है. अर्थात कितने साल तक प्रीमियम भरना है और कितने लाख का बीमा होगा, यह पहले ही तय कर लिया जाता है. पॉलिसी का जैसे ही प्रीमियम पेमेंट टर्म खत्म होता है, बीमाधारक को ईयरली पेंशन के रूप में सम एस्योर्ड की 8 परसेंट रकम मिलने लगती है. यह पेंशन पूरे जीवन मिलती है. जब पॉलिसीहोल्डर की उम्र 100 वर्ष हो जाती है, पेंशन बंद हो जाती है और पॉलिसी की मैच्योरिटी हो जाती है. इसका मतलब है कि पॉलिसी की पेंशन बीमाधारक के लिए और मैच्योरिटी का पैसा अगली पीढ़ी के काम आती है.

किनके लिए खास है पॉलिसी
यह पॉलिसी उन लोगों के लिए है जो पॉलिसी के दौरान पेंशन लेना चाहते हैं और जाते-जाते एक बड़ी रकम अपने परिवार को देना चाहते हैं. यह एक लिमिटेड प्रीमियम पेमेंट प्लान है जिसमें पॉलिसीहोल्डर को चुने हुए पॉलिसी टर्म से कम समय तक प्रीमियम भरना होता है. इस पॉलिसी में बीमाधारक को वेस्टेड रिविजनरी बोनस और फाइनल एडिश्नल बोनस मिलता है. इस पॉलिसी को लेने के लिए 4 विकल्प मिलते हैं जिसमें 15 साल, 20, 25 और 30 साल के लिए पॉलिसी ले सकते हैं. 90 दिन से लेकर 55 साल तक के लोग इस पॉलिसी को ले सकते हैं. यानी अगर कोई बच्चा 90 दिन का है तो उसके नाम से भी जीवन उमंग पॉलिसी खरीद सकते हैं. बीमाधारक की उम्र जब 100 वर्ष होगी तो इस पॉलिसी की मैच्योरिटी हो जाएगी. कम से कम 2 लाख रुपये के सम एस्योर्ड की पॉलिसी लेना होगा. अधिकतम सम एस्योर्ड की कोई सीमा नहीं रखी गई है.

कब-कब देना होगा प्रीमियम
इस पॉलिसी के तहत मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना तौर पर प्रीमियम दे सकते हैं. 2 साल तक प्रीमियम भरने के बाद इस पर लोन भी उठा सकते हैं. लोन का अमाउंट इस बात पर निर्भर करता है कि पॉलिसी कितने साल चली है और प्रीमियम कितना भरा गया है. इस पॉलिसी के अंदर 5 राइडर मिलते हैं जिसमें दुर्घटना या अन्य जोखिम से सुरक्षा मिलती है. इसमें एक प्रीमियम वेवर बेनिफिट राइडर होता है जिसे अपने बच्चे के लिए जरूर लेना चाहिए. दुर्भाग्यवश अगर प्रीमिय भरने वाला व्यक्ति समय से पूर्व दुनिया छोड़ देता है तो प्रीमियम वेवर राइडर का फायदा बच्चे को मिलता है और उसका पूरा प्रीमियम माफ हो जाता है. इस पॉलिसी में इनकम टैक्स की धारा 80C के अंतर्गत टैक्स बेनिफिट की सुविधा मिलती है.

मैच्योरिटी पर कितने रुपये मिलेंगे
30 साल:-
आइए इसे एक उदाहरण से समझते हैं. मान लें 30 साल के रमेश ने 10 लाख रुपये सम एस्योर्ड की पॉलिसी ली है. उन्होंने प्रीमियम पेमेंट टर्म के रूप में 30 वर्ष का चुनाव किया है. इस हिसाब से पॉलिसी का पीरियड 100-30 यानी कि 70 साल होगा. रमेश अगर मंथली प्रीमियम देते हैं तो उन्हें हर महीने 2582 रुपये या सालाना प्रीमियम देते हैं तो 30,326 रुपये चुकाने होंगे. इस हिसाब से रमेश को अपने पूरे पॉलिसी पीरियड में 9,10,448 रुपये चुकाने होंगे. यह पॉलिसी 30 चलने के बाद प्रीमिमय देना बंद हो जाएगा और उस वक्त रमेश की उम्र 60 साल हो जाएगी.

रमेश जब 60 साल के हो जाएंगे तो उन्हें अब हर साल 80,000 रुपये या 6.5 हजार रुपये हर महीने के हिसाब से पेंशन मिलेगी. यह पेंशन तब तक मिलेगी जब तक रमेश जीवित रहते हैं. रमेश जब 100 वर्ष के होंगे तो इस पॉलिसी की मैच्योरिटी हो जाएगी. पॉलिसी मैच्योरिटी होने पर रमेश को सम एस्योर्ड का 10,000 रुपये, बोनस के रूप में 89,20,000 रुपये मिलेंगे. इस तरह रमेश को पॉलिसी की मैच्योरिटी पर 99,20,000 रुपये मिलेंगे. रमेश ने प्रीमियम के तौर पर 9,10,448 रुपये भरे थे लेकिन मैच्योरिटी पर उन्हें लगभग 1 करोड़ रुपये मिले.

15 साल:-
आइए इसे एक दूसरे उदाहरण से समझते हैं. मान लें 30 साल के रमेश ने 10 लाख रुपये सम एस्योर्ड की पॉलिसी ली है. उन्होंने प्रीमियम पेमेंट टर्म के रूप में 15 वर्ष का चुनाव किया है. इस हिसाब से पॉलिसी का पीरियड 100-30 यानी कि 70 साल होगा. रमेश अगर मंथली प्रीमियम देते हैं तो उन्हें हर महीने 6830 रुपये या सालाना प्रीमियम देते हैं तो 80,311 रुपये चुकाने होंगे. इस हिसाब से रमेश को अपने पूरे पॉलिसी पीरियड में 12,06,432 रुपये चुकाने होंगे. यह पॉलिसी 15 चलने के बाद प्रीमिमय देना बंद हो जाएगा और उस वक्त रमेश की उम्र 44 साल हो जाएगी.

रमेश जब 44 साल के हो जाएंगे तो उन्हें अब हर साल 80,000 रुपये या 6.5 हजार रुपये हर महीने के हिसाब से पेंशन मिलेगी. यह पेंशन तब तक मिलेगी जब तक रमेश जीवित रहते हैं. रमेश जब 100 वर्ष के होंगे तो इस पॉलिसी की मैच्योरिटी हो जाएगी. पॉलिसी मैच्योरिटी होने पर रमेश को सम एस्योर्ड का 10,00,000 रुपये, बोनस के रूप में 85,40,000 रुपये मिलेंगे. इस तरह रमेश को पॉलिसी की मैच्योरिटी पर कुल 1,29,00,000 रुपये मिलेंगे. रमेश ने प्रीमियम के तौर पर 12,06,432 रुपये भरे थे लेकिन मैच्योरिटी पर उन्हें लगभग 1.29 करोड़ रुपये मिले.

Contact us for further detail:

Help us spread the Word

Follow, like, tweet or post. We Would love to interact with you

Monkeypox virus to get health insurance coverage? Find out

Monkeypox virus to get health insurance coverage? Find out

Mediclaim Plans Starting from 350/-* Per Month

5 + 7 =

*All savings are provided by the insurer as per the IRDAI approved insurance plan. Standard T&C Apply

*Tax benefit is subject to changes in tax laws. Standard T&C Apply

Tax Benefit

Up to Rs. 75,000/-

Save up to 12.5%

On 2-year premium plans

Peace of Mind

Be a happy customer

Monkeypox virus to get health insurance coverage? Find out

If one is travelling abroad and gets infected with Monkeypox, the role of a travel insurance policy becomes important.

Till now, there has not been any reported case of Monkeypox in India and the states and the central government are keeping a close watch on the situation.

The update on Monkeypox virus is that in view of the increasing reports of Monkeypox cases in non-endemic countries, as part of a proactive and risk-based approach for management of Monkeypox and to ensure advance preparedness across the country, the Union Ministry of Health and Family Welfare has issued ‘Guidelines on Management of Monkeypox Disease’, today.

While Coronavirus continues to play havoc with the lives and livelihood of the world population, the emergence of the Monkeypox virus is in the news. Monkeypox is a virus transmitted to humans from animals with symptoms very similar to those seen in the past in smallpox patients, although it is clinically less severe.

As of 21 May, 92 laboratory-confirmed cases, and 28 suspected cases of monkeypox with investigations ongoing, have been reported to WHO from 12 Member States that are not endemic for monkeypox virus, across three WHO regions.

Till now, there has not been any reported case of Monkeypox in India and the states and the central government are keeping a close watch on the situation.

Unlike the time when Covid-19 left many individuals stranded for funds during hospitalisation, it is always better to be prepared in advance. Health insurance policies have a role to play in meeting hospitalisation costs arising out of the treatment for any diseases, infections etc. But, will the costs get covered? “ Hospitalization would be covered, subject to policy terms,” says Raghavendra Rao, Chief Distribution Officer, Future Generali India Insurance

“We need to understand that all infectious diseases, including monkeypox, are covered under the basic health insurance policy. If a person is diagnosed and hospitalized in India upon or after arrival, then it will be covered under an individual health insurance policy and not in a travel insurance policy. A travel insurance policy ceases to be valid once the travel is completed,” Rakesh Jain, CEO of Reliance General Insurance Company.

If one is travelling abroad and gets infected with Monkeypox, the role of a travel insurance policy becomes important. “With regard to international travel insurance, it is important to note that certain travel policies only cover accidental death and accidental hospitalization, but not medical hospitalization. If a customer opts for the Medical Expense feature in her travel policy, only then all her emergency medical costs such as hospitalization costs, outpatient and cashless hospitalization will be covered during a foreign trip,” adds Jain.

Source: https://www.financialexpress.com/money/insurance/monkeypox-virus-to-get-health-insurance-coverage-find-out/2543511

May 31, 2022 9:49:53 pm

केवल सौ रुपये रोज के 16 साल तक हर साल दीजिये, पच्चीस साल पूरे होते ही गारण्टी के साथ इक्कीस लाख साठ हजार ले लीजिये।

केवल सौ रुपये रोज के 16 साल तक हर साल दीजिये, पच्चीस साल पूरे होते ही गारण्टी के साथ इक्कीस लाख साठ हजार ले लीजिये।

Save Upto 75%* on your vehicle insurance Get policy instantly

1 + 8 =

* Standard T&C Apply. All savings/offers are provided by the Insurers which are subject to modification. For more details on risk factors, terms and conditions, please read the sales brochure of respective insurers carefully before concluding a sale.

Avail Add-on Cover

At nominal charges

20+ Insurers

To choose the best plan

Already bought from us

Renew within 5 minutes

LIC Best Policy:

 

केवल सौ रुपये रोज के 16 साल तक हर साल दीजिये

सोलहवें साल से पच्चीसवें साल तक प्रीमियम हॉलिडे, यानी कि प्रीमियम नहीं देना होगा।

पच्चीस साल पूरे होते ही गारण्टी के साथ इक्कीस लाख साठ हजार ले लीजिये।

 

LIC जीवन लाभ एक पार्टिसिपेटिंग नॉन-लिंक्ड  लिमिटेड प्रीमियम पेइंग इंडीविजुअल सेविंग्स प्‍लान है, जो देता है सेविंग्स और प्रोटेक्शन का एक साथ बैनिफिट LIC जीवन लाभ कोई अनहोनी होने की सूरत में न केवल इंश्योर्ड के परिवार को फाइनैन्शल मदद उपलब्ध कराता है बल्कि इंश्योर्ड व्यक्ति के नहीं रहने पर भी भविष्य में परिवार की फाइनैन्शल जरूरतों का ध्यान रखता है

अगर कोई व्यक्ति 20 साल की उम्र में 25 साल की टर्म प्लान और 8 लाख सम एश्योर्ड का विकल्प चुनता है, तो उसे 16 साल के लिए 100 रुपये प्रति दिन का भुगतान करना होगा. इस तरह उसे कुल 573796 रुपये चुकाने होंगे. यह रकम मैच्योरिटी पर यानी 45 साल की उम्र में 21,60,000 रुपये हो जाएगी. इस पॉलिसी का शेयर बाजार से कोई संबंध नहीं है, यानी इस योजना में आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है. कंपनी ने यह प्लान बच्चों की शादी, शिक्षा और संपत्ति की खरीद के लिए बनाया है

भारत में एक प्रमुख इंश्योरेंस प्रोवाइडर होने के नाते,जब इंश्योरेंस कवर खरीदने की बात आती है तो LIC पॉलिसी  ग्राहकों के लिए लोकप्रिय पसंद हैं  LIC द्वारा पेश पॉलिसियों की बहुत ही विस्तृत रेंज के साथ, LIC जीवन लाभ LIC आफ इंडिया द्वारा पेश एक सबसे अधिक बिकने वाला एन्डाउमेंट इंश्योरेंस प्लान है LIC जीवन लाभ इंश्योरेंस खरीदने वालों के लिए बहुत से बैनिफिट के साथ आता है जीवन लाभ पॉलिसी के बारे में विस्तार से जानने के लिए, आइए, इसके बारे में पढ़ते हैं

LIC जीवन लाभ प्लान- विशेषताएं

LIC जीवन लाभ प्लान की कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

  • यह प्लान लिमिटेड प्रीमियम पेमेंट का विकल्प उपलब्ध कराता है
  • यह प्लान 16, 21 और 25 साल के पॉलिसी टर्म पर उपलब्ध है जो इन्वेस्टर्स के लिए किसी खास लक्ष्य को सामने रखकर निवेश को आसान बनाता है
  • यह नॉन लिंक्ड, प्रौफिट प्लान मृत्यु और मैच्योरिटी बैनिफिट के रूप में इन्वेस्टसर्स को काम्प्रिहेन्सिव प्रोटेक्शन के साथ ही एश्योर्ड रिटर्न दोनों सुनिश्चित करता है
  • पॉलिसी होल्डर तीन साल के लिए रेग्यूलर प्रीमियम का भुगतान करने के बाद इस प्लान पर ऋण सुविधा प्राप्त कर सकता है
  • आय कर अधिनियम, 1961के नियम 80C और 10(10D) के तहत टैक्स बैनिफिट प्राप्त किया जा सकता है
  • यह प्लान डेथ बैनिफिट को किश्तों में प्राप्त करने का विकल्प देता है

LIC जीवन लाभ बैनिफिट

LIC जीवन लाभ प्लान द्वारा पेश बैनिफिट निम्न प्रकार से हैं

डेथ बैनिफिट

यदि पॉलिसी अवधि के दौरान इंश्योर्ड व्यक्ति किसी अनहोनी का शिकार हो जाता है तो इंश्योरर पॉलिसी के लाभार्थी को डेथ बैनिफिट का भुगतान करता है पॉलिसी के लाभार्थी को वेस्‍टेड रिवर्सनरी बोनस और अंतिम अतिरिक्‍त बोनस (यदि कोई हो) के साथ सम एश्योर्ड की राशि के रूप में डेथ बेनेफिट का भुगतान किया जाता है।  डेथ पर सम एश्यार्ड को निम्न तरीके से परिभाषित किया गया है:

  • वार्षिक प्रीमियम से 7 गुना ज्यादा
  • बेसिक सम एश्‍योर्ड अमाउंट

पाॉलिसी के नामनी को दिया जाने वाला डेथ बेनिफिट भुगतान किए गए कुल प्रीमियम का 105% से कम नहीं होना चाहिए।

मैच्योरिटी बेनिफिट

अगर इंश्योरेंस कराने वाला व्यक्ति पूरे पॉलिसी टर्म के बाद जीवित रहता है और उसने पॉलिसी के पूरे प्रीमियम का भुगतान किया है और पॉलिसी चालू है तो मैच्योरिटी बैनिफिट इंश्योर्ड व्यक्ति को वेस्टेड सिम्पल रिवर्सनरी बोनस और फाइनल एडिशनल बोनस, अगर कोई हो तो, के साथ मैच्योरिटी पर सम एश्योर्ड के रूप में प्रदान किया जाता है मैच्‍योरिटी पर देय सम एश्योर्ड, पॉलिसी की बेसिक सम एश्योर्ड राशि के बराबर होता है।

प्रौफिट में भागीदारी

पॉलिसी कॉर्पोरेशन के प्रौफिट में पार्टिसिपेट करती है और वह कापोर्रेशन के अनुभव के अनुसार सिम्पल रिवसर्सनरी बोनस पाने की हकदार है लेकिन इसके लिए पाॉलिसी का चालू रहना जरूरी है जिस साल में क्लेम किया जाता है, चाहे डेथ या मैच्योरिटी के रूप में, उस साल पॉलिसी के तहत फाइनल एडिशनल बोनस घोषित किया जाता है

टैक्‍स बेनिफिट

पॉलिसी होल्डर, पॉलिसी के तहत टैक्स बैनिफिट का लाभ ले सकता है । एक फाइनैन्शल ईयर में पॉलिसी के लिए प्रीमियम भुगतान की अधिकतम सीमा 1.5 लाख रू है और मैच्योरिटी से प्राप्त आय को इनकम टैक्स एक्ट सेक्शन 80C और 10(10D) के तहत टैक्स से छूट प्राप्त है

LIC जीवन लाभ प्‍लान एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया

आइए पॉलिसी के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया पर एक नजर डालते हैं

क्राइटेरिया न्यूनतम अधिकतम
प्रवेश आयु 8 साल

PT 16 के लिए 59 वर्ष

PT 21 के लिए 54 वर्ष

PT 25 के लिए 50 वर्ष

सम अश्‍योर्ड Rs.2,00,000 कोई अपर लिमिट नहीं
मैच्योरिटी आयु N/A /लागू नहीं 75 वर्ष
पॉलिसी अवधि 16, 21 और 25 वर्ष
प्रीमियम के भुगतान की अवधि 10, 15 & 16 वर्ष

LIC जीवन लाभ राइडर्स

LIC जीवन लाभ पॉलिसी के तहत, पांच वैकल्पिक राइडर्स हैं जिन्हें पॉलिसी होल्डर एडिशनल प्रीमियम का भुगतान कर प्राप्त कर सकता है पॉलिसी के कवरेज को बढ़ाने के लिए राइडर्स बैनिफिट को बेस प्लान के साथ खरीदा जा सकता है। आइए, विस्तार से इन 5 वैकल्पिक राइडर बैनिफिट को देखते हैं

एक्सीडेंटल डेथ और डिसएबिलिटी बेनिफिट राइडर

पॉलिसी होल्‍डर बेस प्लान के प्रीमियम भुगतान की अवधि के दौरान कभी भी इस राइडर के विकल्प को चुन सकता है, बशर्ते कि बेस प्‍लान की आउटस्‍टैंडिंग PPT कम से कम 5 साल हो पॉलिसी के कवरेज को बढ़ाने के लिए बेस प्‍लान के साथ अतिरिक्त प्रीमियम का भुगतान करके इस राइडर बेनिफिट को खरीदा जा सकता है। इस राइडर विकल्प में, बेस प्लान के तहत उपलब्ध डेथ बैनिफिट के साथ प्लान के नामिनी को एक्सीडेंटल डेथ बैनिफिट सम एश्योर्ड अमाउंट का भुगतान किया जाता है इतना ही नहीं, यह राइडर विकल्प किसी दुर्घटना में विकलांग होने की स्थिति में भी इंश्योर्ड को कवरेज उपलब्ध कराता है एक्सीडेंटल डिसएबिलिटी सम एश्योर्ड अमाउंट 10 साल की अवधि के लिए समान मासिक किस्तों में इंश्योर्ड व्यक्ति को प्रदान किया जाता है पॉलिसी का भविष्य में जमा किया जाने वाला प्रीमियम भी माफ

LIC एक्‍सीडेंट बेनिफिट राइडर

पॉलिसी होल्‍डर बेस प्लान के प्रीमियम भुगतान की अवधि के दौरान कभी भी इस राइडर के विकल्प को चुन सकता है, बशर्ते कि बेस प्‍लान की आउटस्‍टैंडिंग PPT कम से कम 5 साल हो इस राइडर विकल्प में, दुर्घटना से 180 दिन के भीतर इंश्योर्ड व्यक्ति की मृत्यु होने की स्थिति में पॉलिसी के नामिनी को एक्सीडेंटल डेथ बैनिफिट सम एश्योर्ड का भुगतान किया जाता है

टर्म एश्‍योरेंस राइडर

इस राइडर विकल्प को पॉलिसी की शुरूआत के समय लिया जा सकता है यह राइडर पॉलिसी की अवधि के दौरान इंश्योर्ड व्यक्ति की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के मामले में पॉलिसी के लाभार्थी को एडिशनल टर्म एश्योरेंस के रूप में अतिरिक्त सम एश्योर्ड का बैनिफिट देता है । टर्म एश्योरेंस राइडर बैनिफिट, पॉलिसी द्वारा पेश बेसिक डेथ बैनिफिट के साथ मिलता है

 क्रिटिकल इलनेस राइडर

क्रिटिकल इलनेस राइडर बैनिफिट को पॉलिसी शुरू करने के समय खरीदा जा सकता है यदि इंश्योर्ड व्यक्ति इस राइडर के तहत लिखित 15 क्रिटिकल बीमारियों में से किसी एक से पीड़ित पाया जाता है तो वह पॉलिसी अवधि के दौरान इस राइडर विकल्प के तहत पेश बैनिफिट को प्राप्त कर सकता है

प्रीमियम वेवर बेनिफिट

इस राइडर विकल्प के तहत, इंश्योर्ड व्यक्ति की  दुर्भाग्यवश मृत्यु हो जाने पर प्लान के भविष्य में अदा किए जाने वाले सभी प्रीमियम को माफ कर दिया जाता है हालाँकि, यदि बेस प्‍लान की प्रीमियम भुगतान की अवधि राइडर की अवधि से अधिक होती है, तो राइडर की समाप्ति की तारीख से बेस पॉलिसी के तहत आगे के बकाया सभी प्रीमियमलाइफ एश्‍योर्ड के लिए देय होंगे यदि पॉलिसी होल्डर पॉलिसी प्रीमियम का भुगतान करने में विफल रहता है तो यह पेड अप पॉलिसी बन जाएगी

LIC जीवन लाभ कैसे काम करता है

LIC जीवन लाभ को 8 से 58 साल आयु वर्ग के बीच के लोग प्राप्त कर सकते हैं । यह लिमिटेड प्रीमियम पेइंग एन्डाउमेंट प्लान, किसी इमरजेंसी की स्थिति में नामिनी को डेथ बैनिफिट सुनिश्चित करता है और यदि इंश्योर्ड व्यक्ति पॉलिसी की पूरी अवधि के बाद जीवित रहता है तो उसे मैच्योरिटी बैनिफिट भी प्रदान करता है पॉलिसी ऋण सुविधा के माध्यम से परिवार की  धन की जरूरतों का भी ध्यान रखती है

Help us spread the Word

Follow, like, tweet or post. We Would love to interact with you

कारों में CNG किट लगवाने वालों की बढ़ी परेशानी

कारों में CNG किट लगवाने वालों की बढ़ी परेशानी

Save Upto 75%* on your vehicle insurance Get policy instantly

6 + 10 =

* Standard T&C Apply. All savings/offers are provided by the Insurers which are subject to modification. For more details on risk factors, terms and conditions, please read the sales brochure of respective insurers carefully before concluding a sale.

Avail Add-on Cover

At nominal charges

20+ Insurers

To choose the best plan

Already bought from us

Renew within 5 minutes

कारों में CNG किट लगवाने वालों की बढ़ी परेशानी, बीमा कंपनी कह सकती है NO CLAIM..

CNG Kit In Cars पेट्रोल के लगातार बढ़ रहे दामों से परेशान होकर लोग अब अपनी कारों में सीएनजी किट लगवा रहे हैं लेकिन अत्‍याधुनिक हाईब्रिड कार में सीएनजी लगवाने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है दरअसल इसमें पहले ही पेट्रोल और बैटरी का विकल्प दिया गया है।

पेट्रोल की दिनोंदिन बढ़ती कीमतों के बाद अपनी कारों में सीएनजी किट लगवाने वाले लोग अब परेशानी से गुजर रहे हैं। अत्याधुनिक हाईब्रिड इंजन वाली कारों में सीएनजी किट लगवाने के बाद जब ये लोग क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) जा रहे हैं तब उन्‍हें पता चला कि इसके रजिस्ट्रेशन में पहले ही पेट्रोल और बैटरी का विकल्प दिया गया है। दरअसल तीसरे विकल्‍प के रूप में सीएनजी को रजिस्ट्रेशन कार्ड में जगह नहीं दी जा सकती। ऐसे में लोग परेशान हो आरटीओ और डीलरों के चक्‍कर काटने में लगे हुए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार पेट्रोल की कीमत के बढ़ने के साथ-साथ वाहनों में सीएनजी किट लगवाने वालों की संख्‍या भी बहुत तेजी से बढ़ रही है। लोग सीएनजी किट लगी कारें ही खरीद रहे हैं या नई कारों में ही सीएनजी किट लगवा रहे हैं। किट लगवाने के बाद जब वाहन का रजिस्ट्रेशन कार्ड को अपडेट करवाने वे लोग आरटीओ कार्यालय पहुंचते हैं तो पता चलता है कि उनकी कार को इंजन हाइब्रिड है जिसकी वजह से रजिस्ट्रेशन कार्ड को अपडेट करना मुश्किल है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है।

आटोमोबाइल शो रूम के जनरल मैनेजर के अनुसार उनके पास हर रोज ऐसे बहुत से लोग आ रहे हैं जिन्‍होंने अभी हाल ही में अपनी कार में सीएनजी किट लगवायी है। वह कार के दस्‍तावेजों में इसे दर्ज करने की मांग करते हैं लेकिन ये हमारे लिए संभव नहीं है दरअसल उनकी कारों में पहले ही पेट्रोल और बैटरी का विकल्प दिया गया है।आरटीओ जितेन्द्र सिंह रघुवंशी ने बताया कि इस समस्‍या को लेकर स्मार्ट चिप कंपनी से बात करने के बाद मुख्यालय से भी सलाह मांगी गई है।

आरटीओ कार्यालय पहुंच पता चलती है गड़बड़ी

इस बारे में जानकारी न होने की वजह से जब वाहन मालिक आरटीओ कार्यालय पहुंचता है तो उसे पता चलता है कि उसकी गाड़ी में हाइब्रिड इंजन लगा हुआ है। इस वजह से उसे अपडेट नहीं किया जा सकता। जानकारी के अभाव में लोग सीएनजी किट तो लगवा चुके हैं लेकिन अब परेशानी से जूझ रहे हैं। परेशान वाहन मालिक आरटीओ से मांग कर रहे हैं कि उन्‍हें लिख कर दे दिया जाये कि उनकी गाड़ी हाईब्रिड नहीं पेट्रोल से चलने वाली है लेकिन आरटीओ का कहना है कि ये उनके स्‍तर पर संभव नहीं है।

बीमा कंपनी कह सकती है NO CLAIM

बीमा कंपनी के अधिकारी के अनुसार अगर वाहन खरीदने के बाद आप अपने वाहन में किसी भी तरह का बदलावा करवा रहे हैं तो इसकी जानकारी आरटीओ कार्यालय में देना अनिवार्य है और बीमा कंपनी को भी जरूर अवगत करवायें। ऐसा न होने पर यदि आप वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने पर क्‍लेम के लिए आवेदन करते हैं तो बीमा कंपनी इसे सीधे खारिज कर देगी।

Contact us for further detail:

+91 99998 50023, +91 93508 60023

info@innovativeinsurance.in

Source

Help us spread the Word

Follow, like, tweet or post. We Would love to interact with you

Call Now Button